Tantra Shakti By DR Rudra Dev Hindi PDF – आज के इस लेख में हम एक बहुत ही जाने-माने भारतीय लेखक डॉक्टर रुद्रदेव जी के द्वारा लिखी गई पुस्तक तंत्र शक्ति के बारे में जानेंगे। इस पुस्तक में इन्होंने अलग-अलग तांत्रिक शक्तियों और उसकी सच्चाई यों के बारे में बताया है। अपने विषय के कारण यह पुस्तक काफी दिनों तक चर्चाओं में रहा था। इस पुस्तक को उन्होंने हिंदी भाषा में लिखा है।
लेखक अपने इस पुस्तक तंत्र शक्ति में बताते हैं कि इस दुनिया में सत्य को जानने के सिर्फ दो ही द्वार हैं एक मृत्यु और दूसरी कामवासना लेकिन अक्सर लोग इन दोनों चीजों के बारे में बातें करने से बचते हैं घबराते हैं। लोग अक्सर इन दोनों चीजों को छुपा कर रखते हैं और इन दोनों चीजों से डरते भी हैं। अगर हमारे आस-पास में कोई मृत्यु के बारे में बात करता है तो हम उसे चुप करा देते हैं क्योंकि हम सभी में मृत्यु को लेकर बहुत डर बैठा हुआ है। पुस्तक में लेखक बताते हैं कि दुनिया का सबसे बड़ा सत्य मृत्यु ही है और इससे कोई भी नहीं बच सकता। दोस्तों यदि आप भी इस पुस्तक को पढ़ने में रुचि रखते हैं और इस पुस्तक को पढ़ना चाहते हैं तो आज का हमारा यह लेख आपके लिए नहीं है। आज के इस लेख के माध्यम से हम Tantra Shakti By DR Rudra Dev In Hindi PDF के बारे में जानेंगे। यदि आप इस पुस्तक को पूरा पढ़ना चाहते हैं तो हमारे द्वारा दी गई लिंक के जरिए आप इस पुस्तक की पीडीएफ को डाउनलोड करके इसे पूरा पढ़ सकेंगे। तो दोस्तों बने रहिए अंत तक हमारे इस लेख के साथ।
Book Name | Tantra Shakti By DR Rudra Dev Hindi PDF |
Author | DR Rudra Dev |
Language | Hindi |
Part | One |
Downloads | 6537 downloads |
Tantra Shakti By DR Rudra Dev Hindi PDF
सनातन धर्म में हजारों तरह की सिद्धियां और विद्याओं का विस्तार रूप में वर्णन मिलता है। इंसान साधना करके सिद्धियां प्राप्त करना चाहता है क्योंकि सिद्धियां प्राप्त करने के बाद उसे बहुत सारी तांत्रिक शक्तियों का लाभ मिलता है। तंत्र शक्ति का नाम सुनते ही आज भी कई लोगों में एक भय उत्पन्न हो जाता है और लोग तंत्र शक्ति के नाम से डरते हैं। लोगों को लगता है कि यह कोई भयानक विद्या या अघोरियों की साधना होगी और इसे बहुत ही कठिन तपस्याओं के बाद ही प्राप्त किया जा सकता है।
तंत्र शक्ति एक रहस्यमई विद्या है। सनातन धर्म के अलावा भी बौद्ध और जैन धर्म में तंत्र शक्ति और तंत्र विद्या का वर्णन प्राप्त होता है। तंत्र विद्या और तंत्र शक्ति में शरीर महत्वपूर्ण होता है तंत्र विद्या का अर्थ हमारे तन से होता है। तंत्र का अर्थ वास्तविकता से भी है तंत्र के अनुसार हम शरीर में है और हमारा शरीर पूरी तरह से एक प्रणाली के आधार पर काम करता है इसलिए इस शरीर को पूरी अच्छी तरीके से स्वस्थ रखना जरूरी है। इस शरीर को स्वच्छ और स्वस्थ रखना बहुत जरूरी है क्योंकि इस शरीर से ही योग को सारा जा सकता है तांत्रिक शक्तियों को प्राप्त किया जा सकता है।
लेखक डॉ रुद्रदेव जी ने इस पुस्तक में कई अलग-अलग तांत्रिक शक्तियों का भी बहुत है विस्तार रूप में वर्णन किया है। उन्होंने इस पुस्तक में बहुत अलग-अलग तांत्रिक शक्तियों के बारे में बताया है और उन्हें कैसे प्राप्त किया जा सकता है इस बारे में भी विस्तार से बताया है। इसके अलावा उन तांत्रिक शक्तियों की विशाल प्रभावों के बारे में भी उन्होंने खुलकर बताया है।
Conclusion
दोस्तों आज के इस लेख में हम जाने-माने भारतीय लेखक डॉक्टर रुद्रदेव जी के द्वारा लिखित तंत्र शक्ति (Tantra Shakti By DR Rudra Dev Hindi PDF) के बारे में जाना। इस पुस्तक में उन्होंने कई प्रकार की तांत्रिक शक्तियों के बारे में विस्तार से वर्णन किया है। यदि आप इस पुस्तक की पीडीएफ डाउनलोड करके इसे पूरा पढ़ना चाहते हैं तो हमारे द्वारा दी गई लिंक के जरिए आप इस पुस्तक की पीडीएफ को डाउनलोड करके पूरा पढ़ सकेंगे।
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