Hanuman Siddhi Hindi Book Free Download PDF

Hanuman Sidhi PDF Download

Hanuman Siddhi Hindi Book Free Download PDF – आप सब ने हनुमान चालीसा कभी न कभी जरूर पढ़ा होगा या सुना होगा। हनुमान चालीसा को भगवान श्री हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए गाया जाता है इसे सुनकर भगवान श्री हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और जो भी इंसान पूरे पवित्र मन से और ध्यान लगाकर हनुमान चालीसा का पाठ करता है हनुमान जी उनके सारे दुखों का निवारण करते हैं। 

हनुमान चालीसा में एक पंक्ति है ‘अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता, अस बर दीन जानकी माता ‘आप सब ने हनुमान चालीसा में यह पंक्तियां जरूर सुना होगा। इस पंक्ति का अर्थ है कि भगवान श्री हनुमान 8 प्रकार की सिद्धियों और 9 प्रकार की निधियों को प्रदान करने वाले हैं। भगवान श्री हनुमान जी के पास यह 8 प्रकार की सिद्धियां और नौ प्रकार की निधियां प्राप्त की है जिसका इस्तेमाल वे अपने भक्तों का दुख निवारण करने के लिए करते हैं। दोस्तों यदि आप भी Hanuman Sidhi Hindi Book Free PDF के बारे में जानना चाहते हैं तो आज के इस लेख के माध्यम से हम आपको हनुमान जी की इन अष्ट यानी कि आठ सिद्धियों और नव निधियों के बारे में जानकारी देंगे। तो दोस्तों बनी रहे अंत तक हमारे इस लेख के साथ।

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हिंदू धर्म में कई प्रकार किसी दियों का वर्णन हमें बहुत सारे हिंदू धर्म के ग्रंथों में प्राप्त होता है लेकिन 8 ऐसी सिद्धियां है जिन्हें सबसे शक्तिशाली माना जाता है और यह आठों सिद्धियां हनुमान जी के पास उपलब्ध है। दोस्तों सिद्धियां ऐसी शक्ति होती है जिसे बहुत ही घोर तपस्या के बाद ही पाया जा सकता है जब कोई बहुत ही पवित्र मन के साथ घोर तपस्या करता है तभी उसे सिद्धियां प्राप्त होती है। जिस किसी के पास भी या आठों सिद्धियां होती है वह अजेय होता है यानी कि उसे संसार में कोई भी पराजय नहीं कर सकता वह जीवन में सभी जगह पर विजय होकर उभरता है।

पर अगर आप हनुमान सिद्धि प्राप्त करना चाहते है तो आपको इसका पूरा पीडीएफ़ नीचे दिया गया है उस पर क्लिक कर के डाउनलोड करें और अपनी सुविधा अनुसार हनुमान जी के बारे मे पढ़ कर सिद्धि प्राप्त करे।

तो दोस्तो चलिए अब हनुमान जी की सिद्धियों के बारे में विस्तार रूप में जानते हैं:

1) अनिमा

इस सिद्धि की शक्ति से साधक अपनी सूक्ष्म रूप में का धारण कर सकता है। साधक इस सिद्धि की शक्ति से अपने आप को अलग-अलग भेस बदल सकता है। हनुमान जी के पास भी यह सिद्धि थे और इसी सिद्धि की शक्ति से हनुमान जी ने लंकिनी नाम की राक्षस से खुद को बचा कर लंका में प्रवेश किया था। इसी सिद्धि की शक्ति से भगवान श्री हनुमान अति सूक्ष्म रूप धारण कर यानी कि खुद को बहुत ही छोटा रूप धारण कर सरसा के अंदर जाकर बाहर आ गए थे। रावण की प्रयोगशाला में भी भगवान श्री हनुमान ने इसी सिद्धि के जरिए अति सूक्ष्म रूप धारण कर उसके प्रयोगशाला में प्रवेश किया था। इस सिद्धि की शक्ति से भगवान श्री हनुमान कभी भी अति सूक्ष्म रूप में धारण कर सकते थे।

2) महिमा 

इस सिद्धि की शक्ति से साधक अपना रूप बहुत ही विशाल कर सकता है। हनुमान जी के पास भी ऐसी दिया उपलब्ध थी और इसी सिद्धि की शक्ति से हनुमान जी ने सरसा के सामने खुद को एक विशाल रूप देकर उसके सामने प्रकट किया था। भगवान श्री हनुमान जी ने जब लंका में प्रवेश किया था तो उन्होंने माता सीता को अपना परिचय देने के लिए इसी सिद्धि की शक्ति से अपना विशाल रूप बना लिया था। लंका युद्ध के समय भी कुंभकरण युद्ध करने के लिए भगवान श्री हनुमान ने अपना आकार उसी के समान कर लिया था। रामायण में हमें अलग-अलग जगह कई बार भगवान श्री हनुमान जी के द्वारा इन सिद्धियों का वर्णन प्राप्त होता है।

जब लक्ष्मण के प्राण बचाने के लिए भगवान श्री हनुमान ने संजीवनी बूटी को पहचान नहीं पाया था तो इसी सिद्धि के बल पर उन्होंने पूरे पहाड़ को उखाड़ लिया था।

3) गरिमा

इस सिद्धि के बल पर साधक अपना बाहर यानी कि वजन बहुत ही ज्यादा बढ़ा सकता है। हनुमान जी के पास भी है सिद्धि थे और उन्होंने इसका उपयोग तब किया था जब भीम के सामने उन्होंने अपनी पूछ का भार इतना ज्यादा बढ़ा लिया था कि भीम जैसे महान शक्तिशाली योद्धा भी उनके पूछ को हिला नहीं सके थे। रामायण में भी जब लंका युद्ध का वर्णन प्राप्त होता है तो ऐसे कई प्रसंग है जहां कई राक्षस मिलकर भी हनुमान जी को हिला तक नहीं सकते थे।

4) लघिमा

इस सिद्धि की शक्ति से साधक अपने शरीर का भार बहुत हल्का कर सकता है। इसी सिद्धि की शक्ति से हनुमान रुई के समान हल्के हो जाते थे और पवनमय होकर उड़ जाते थे। रामायण में भी इसका वर्णन प्राप्त होता है जब भगवान श्री हनुमान अशोक वाटिका गए तो वे वहां माता सीता के ऊपर पेड़ के पत्तो पर बैठे थे। कहा जाता है कि इसी सिद्धि की शक्ति से भगवान श्री हनुमान जब पत्थर पर राम लिखते थे तो पत्थर इतने हल्के हो जाते थे कि वह पानी में तैरने लगे थे और फिर इसी रामसेतु से वानर सेना ने लंका के लिए प्रस्थान किया था।

Conclusion 

आज के इस लेख में हमने आपको Hanuman Siddhi Hindi Book Free Download PDF के बारे में बताया। यदि आप भगवान श्री हनुमान के सभी सिद्धियों के बारे में जानना चाहते हैं तो हमारे द्वारा दी गई लिंक के जरिए आप इसके पीडीएफ को डाउनलोड करके से पूरा पढ़ सकेंगे।

हमें पूरी उम्मीद है कि आपको हमारा यह लेख जरूर पसंद आया होगा यदि आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर साझा करें एवं कमेंट में अपना विचार देना ना भूलें।

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