Sam Veda Pdf Download in Hndi – वेद दुनिया के प्रथम धर्म ग्रंथ है जिनमें विश्व की सबसे प्राचीन इतिहास का उल्लेख प्राप्त होता है। मान्यताओं के अनुसार वेद ईश्वर द्वारा ऋषियों के सुनाए गए ज्ञान पर आधारित है। वेदों को चार भागों में बांटा गया है जो इस प्रकार है ऋग्वेद ,सामवेद ,यजुर्वेद और अथर्ववेद। आज के इस लेख में हम सामवेद के बारे में बताएंगे। साम शब्द का अर्थ होता है गान। माना जाता है कि सामवेद में लिखे मंत्रों को देवताओं के स्तुति और पूजा पाठ के समय गाया जाता था। सामवेद में कुल 1875 रिचाए है जिम में 75 से ज्यादा बचे हुए ऋचाओं को ऋग्वेद से लिया गया है। सामवेद का प्राचीन अनुवाद सायन भाषा पर आधारित है।
सामवेद एक ऐसा ग्रंथ है जिसके मंत्रों को गाया जा सकता है और इसके मंत्र संगीतमय है। सामवेद के बहुत सारे मंत्रों को गाया भी गया है। चारों वेदों मैं आकार की दृष्टि से सामवेद सबसे छोटा वेद है सामवेद में और वेदों के मुकाबले बहुत ही कम मंत्रों और अध्याय का वर्णन मिलता है। दोस्तों यदि आप वेदों के बारे में जानने में रुचि रखते हैं और वेदों के बारे में जानना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं। आज के इस लेख के माध्यम से हम sam Veda Pdf Download के बारे में बताएंगे और यदि आप सामवेद को पूरा पढ़ना चाहते हैं तो हमारे द्वारा दी गई लिंक के जरिए आप इसकी पीडीएफ को डाउनलोड करके इसे पूरा पढ़ सकेंगे। दोस्तो बने रहिए अंत तक हमारे इस लेख के साथ।
Book Name | Sam Veda |
रिचाये | 1875 |
Parts | 3 |
Shukt | लगभग 1028 |
Downloads | 6537 downloads |
Sam Veda Pdf in Hindi
वेदों की गिनती की श्रंखला में सामवेद का तीसरा स्थान है। सामवेद को ऋग्वेद का पूरक भी कहा जाता है इसलिए हम कह सकते हैं कि सामवेद का महत्व ऋग्वेद से कम नहीं है। सामवेद के मंत्रों को सामान्य के नाम से जाना जाता है। वैसे तो आकार की दृष्टि में सामवेद सबसे छोटा है लेकिन सामवेद को सभी वेदों का सार रूप के समान माना जाता है क्योंकि सामवेद में सभी वेदों से चुने गए महत्वपूर्ण मंत्रों का अंश प्राप्त होता है।सामवेद का नाम इसलिए पड़ा है क्योंकि इसमें गायन पद्धति के निश्चित मंत्र ही है यानी कि सामवेद के मंत्रों को गायन के रूप में गाया जा सकता है।
सामवेद के प्रमुख तीन शाखाएं हैं जो इस प्रकार है कौथुमीय, जैमिनीय और रानायणीय। भारतीय संगीत क्षेत्र के इतिहास में सामवेद का एक अहम योगदान शुरू से ही रहा है और सामवेद को भारतीय संगीत का मूल भी कहा जाता है। सामवेद के अधिकतर मंत्रों को संगीत के रूप में गाए जा सकता है। यज्ञ अनुष्ठान और हवन के समय इस में लिखे गए मंत्रों को गाया भी जा चुका है।
वर्तमान में भी बहुत सारे विद्वानों के द्वारा सामवेद के महत्व को माना गया है और इसके सभी मंत्रों को सच साबित किया गया है। विद्वानों के द्वारा माना गया है कि सभी स्वर ताल लक्षण स्वर चिकित्सा आदि सामवेद के मंत्रों से आज भी मिलते हैं। भारतीय संगीत में सामवेद का एक अहम योगदान रहा है।
Sam Veda मे क्या लिखा है
मुख्य रूप से सामवेद में सूर्य देव की स्तुति के मंत्रों का वर्णन हमें प्राप्त होता है इसके साथ-साथ कई अलग-अलग देवी-देवताओं की स्तुति का मंत्र भी हमें सामवेद में प्राप्त होता है। भगवान इंद्र देव और सोमदेव के मंत्रों का भी विस्तृत वर्णन हमें सामवेद से प्राप्त होता है।
सनातन धर्म के 18 महत्वपूर्ण पुराणों में से एक अग्नि पुराण में भी सामवेद का जिक्र मिलता है। अग्नि पुराण में कहा गया है कि यदि सामवेद के मंत्रों का पवित्र रुप से जाप किया जाए तो मनुष्य को रोगों से मुक्ति मिलती है और मनुष्य की सारी कामनाओं की सिद्धि भी होती है। महाभारत और रामायण जैसे महाकाव्य में भी सामवेद के महत्व का वर्णन किया गया है। गीता में श्रीकृष्ण ने सामवेद के महत्व का उल्लेख एक मंत्र के द्वारा किया है। महाभारत में गीता के अलावा अनुशासन पाल में भी सामवेद के महत्व का वर्णन किया गया है।सामवेद में जिस गायन पद्धति का वर्णन मिलता है उसे आधुनिक भारतीय और कर्नाटक संगीत में स्वरों के क्रम में सा रे गा मा पा धा नि सा के रूप में जाना जाता है। यहां तक कि सामवेद में वैदिक काल के बहुत सारे वाद्य यंत्रों यानी कि जिससे संगीत को एक नया रूप दिया जाता है और नदी तुरंभ और बाकुरा जैसे महत्वपूर्ण यंत्रों का वर्णन भी हमें सामवेद में मिलता है।
आज के आधुनिक जमाने में भी दैनिक जीवन में जिस संगीत का आनंद हम लेते हैं उसका उदगम सामवेद से ही हुआ है। वर्तमान में भी जो भी संगीत आज लोगों के द्वारा पसंद किया जाता है जो चलन में है उसका मुख्य आधार भी सामवेद ही है। वर्तमान समय में अभी सामवेद अपना महत्व बनाए हुए हैं और भारतीय संगीत के क्षेत्र में शुरू से सामवेद का एक अतुलनीय योगदान रहा है।
Conclusion
आज के इस लेख के माध्यम से हमने आपको सामवेद के बारे में बताया। यदि आप सामवेद को जानने में रुचि रखते हैं और इसे पूरा पढ़ना चाहते हैं तो हमारे द्वारा दी गई लिंक के जरिए आप इसके पीडीएफ डाउनलोड करके इसे पूरा पढ़ सकेंगे।
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