Thinking Fast And Slow Book In Hindi PDF Download

Thinking Fast And Slow Book In Hindi PDF Download

Thinking Fast And Slow Book In Hindi PDF Download – आज के इस लेख में हम लेखक Daniel Kahneman के द्वारा लिखी गई पुस्तक Thinking Fast And Slow के बारे में जानेंगे। यह पुस्तक अब तक का मानव मनोविज्ञान के ऊपर सबसे बड़ी पुस्तक मानी जाती है जिसमें लेखक ने मनोविज्ञान और मनुष्य के व्यवहार और उसके विचार के बारे में बहुत ही विस्तार से बताया है। लेखक Daniel Kahneman कजन मोबाइल में हुआ था और उन्होंने अपनी शिक्षा फ्रांस से लिया उसके बाद उन्होंने इजराइली सुरक्षा बल के मनोविज्ञान विभाग में काम किया।

यह किताब मानव के दिमाग को 2 तरीके चैनेलाइज करता है पहला उस प्रकार का दिमाग जो तेज गति से सोचता है और भावुक होता है और दूसरा वैसा दिमाग जो धीमी गति से सोचता है और तार्किक होता है। या किताब हमारी सोचने की तरीका को पूरी तरह से बदल देता है और हमारे विचार को काफी प्रभावित करता है। यह किताब उन सभी लोगों को पढ़ना चाहिए जो अपनी सोचने की तरीका को बदलना चाहते हैं और मनोविज्ञान के बारे में जानने में रुचि रखते हैं। दोस्तों यदि आप भी मनोविज्ञान में रुचि रखते हैं और इंसानों के सोच के बारे में जानना चाहते हैं तो आपको यह बेहतरीन पुस्तक अवश्य पढ़नी चाहिए ।आज के इस लेख के माध्यम से हम आपको Thinking Fast And Slow Book In Hindi PDF Download के बारे में बताएंगे यदि आप इस पुस्तक को पूरा पढ़ना चाहते हैं तो हमारे द्वारा दी गई लिंक के जरिए आप इस पुस्तक के पीडीएफ को डाउनलोड करके उसे पूरा पढ़ सकेंगे। तो दोस्तों बने रहिए अंत तक हमारे इस लेख के साथ।

Book NameThinking Fast And Slow Book In Hindi PDF Download
AuthorDaniel Kahneman 
Language English
Published 1995
Downloads 6537 downloads 

Thinking Fast And Slow Book In Hindi PDF Download

इस Thinking Fast And Slow Book In Hindi PDF Download में लेखक इंसानी दिमाग के दो सिस्टम के बारे में बात करते हैं जिसमें वह बताते हैं कि जब किसी इंसान के जीवन में कुछ निर्णय करने की या कुछ चुनने का समय आता है तो इंसान 2 तरीकों से सोचता है पहला तरीका तो यह है कि वह तेज गति से सोचता है और भावुक होता है और दूसरा तरीका या कि वह धीमी गति से सोचता है लेकिन तार्किक होकर सोचता है। लिख बताते हैं कि पहला सिस्टम में इंसान बहुत तेज गति से सोचता है और यह उसके काबू में नहीं होता है इस सिस्टम में इंसान का दिमाग ऑटोमेटिक काम करता है और किसी भी चीज पर तुरंत अपनी प्रतिक्रिया देता है। पहला सिस्टम भावुक भी होता है क्योंकि तेज गति से सोचने के कारण वह इसके प्रभाव के बारे में नहीं समझ पाता है। दूसरे सिस्टम के बारे में लेकर बताते हैं कि यह बहुत ही धीमी गति से सोचता है और पहले सिस्टम के मुकाबले इसमें इंसान को ज्यादा मेहनत करना पड़ता है मुश्किल चीजों पर अपनी प्रतिक्रिया बहुत ही धीमी गति से देता है जिस कारण यह तार्किक भी होता है। यह सिस्टम पूरी तरह से इंसान के काबू में होता है और इसे इंसान अपने मुताबिक संचालित कर सकता है। इसमें आपकी सहमति होती है इसमें आप खुद सोचते हैं समझते हैं और सोचने समझने के बाद ही आप अपनी प्रतिक्रिया देते हैं। 

लेखक जिस दो सिस्टम के बारे में बात करते हैं आगे भी बताते हैं कि यह दोनों सिस्टम साथ मिलकर ही काम करता है जब किसी चीज को सोचने में हमारा दिमाग समय लेता है तो उस समय पहला सिस्टम दूसरे सिस्टम की मदद करता है और निर्णय को सही साबित करने में योगदान देता है।

आगे लेखक शक और अनुभव में इन दोनों सिस्टम का प्रभाव के बारे में बताते हैं। पहला सिस्टम शक और अनुभव पर अपनी प्रतिक्रिया नहीं दे सकता क्योंकि वह बहुत ही तेज गति से सोचता है इस कारण उसे कुछ भी चीज को अनुभव करने का समय ही नहीं मिलता जबकि दूसरा सिस्टम किसी भी चीज को शक की निगाहों से देख सकता है या समय लेकर उस चीज को अनुभव कर सकता है। दूसरा सिस्टम हमेशा एक साथ दो ऑप्शन देता है जो दोनों से अलग होते हैं जिस कारण यह शक को अनुभव कर सकता है। लेखक बताते हैं कि जिन लोगों में पहला सिस्टम ज्यादा प्रभावशाली होता है वे लोग ज्यादा संवेदनशील होते हैं और कोई भी चीजों पर तुरंत अपनी प्रतिक्रिया देना सीख जाते हैं जिस कारण उन्हें किसी भी चीज का प्रभाव तुरंत दिखने लगता है और धीरे-धीरे वे किसी भी चीज का तत्कालीन प्रभाव के बारे में सीख जाते हैं। जब कोई गलत फैसला लिया जाए तो दोनों सिस्टम को दोष देना चाहिए क्योंकि इसमें दोनों का कार्य होता है पहला सिस्टम गलत चीजों की सलाह देता है और दूसरा सिस्टम उस चीज को सपोर्ट करता है। पहले सिस्टम के मुकाबले दूसरे सिस्टम में असफलता का ज्यादा डर होता है क्योंकि इसमें हम समय लेकर सोचते हैं और अपनी प्रतिक्रिया देते हैं यही कारण होता है कि कई बार हम ज्यादा समय ले लेते हैं और चीजें हमारे वश से निकल जाती है।

Conclusion

दोस्तों आज के इस लेख के माध्यम से हमने आपको Thinking Fast And Slow Book In Hindi PDF Download के बारे में बताया। यदि आप इस बेहतरीन पुस्तक को पूरा पढ़ना चाहते हैं तो हमारे द्वारा दी गई लिंक के जरिए आप इस पुस्तक की पीडीएफ को डाउनलोड करके इसे पूरा पढ़ सकते हैं।

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धन्यवाद

1 thought on “Thinking Fast And Slow Book In Hindi PDF Download”

  1. Thinking, Fast and Slow is really a great book and a must read for everyone for optimal Utilization of one’s Brain Power in the modern era. It explains the functioning of our brain and it’s Mechanics.

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