Vigyan Bhairav By Vraj Vallabhbhai Dwivedi Hindi PDF 

Vigyan Bhairav By Vraj Vallabhbhai Dwivedi Hindi PDF 

Vigyan Bhairav By Vraj Vallabhbhai Dwivedi Hindi PDF – बृज वल्लभभाई द्विवेदी एक काफी जाने-माने लेखक है जिन्होंने अपने जीवन में कई पुस्तकें लिखी हैं और इनकी सभी पुस्तकें बहुत ही प्रचलित है। बृज बल्लभ भाई द्विवेदी जी ने विज्ञान भैरव नाम की एक पुस्तक लिखी है जिसमें उन्होंने मन की साधना के बारे में बहुत ही विस्तार से बताया है। इस पुस्तक को वर्ष 1978 में प्रकाशित किया गया था। बृज बल्लभ भाई द्विवेदी जी ने इस पुस्तक को हिंदी और संस्कृत भाषा में लिखा है।

इस पुस्तक में बृज बल्लभ भाई द्विवेदी जी ने मन की साधना के पीछे का तंत्र के विषय में लिखा है जिसमें उन्होंने मन की साधना से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातें बताई है। दोस्तों यदि आप भी इस पुस्तक को पढ़ने में रुचि रखते हैं तो आज का हमारा यह लेख आपके लिए ही है आज के इस लेख के माध्यम से हम Vigyan Bhairav By Vraj Vallabhbhai Dwivedi Hindi PDF के बारे में जानेंगे। यदि आप इस पुस्तक को पूरा पढ़ना चाहते हैं तो हमारे द्वारा दी गई लिंक के जरिए आप इस पुस्तक की पीडीएफ को डाउनलोड करके इसे पूरा पढ़ सकेंगे। दोस्तों बनी रही अंत तक हमारे इस लेख के साथ।

Vigyan Bhairav By Vraj Vallabhbhai Dwivedi Hindi PDF 

बृज बल्लभ भाई द्विवेदी जी इस पुस्तक में ध्यान लगाने की सबसे महत्वपूर्ण और शक्तिशाली विधि के बारे में बताते हैं। आगे बृज बल्लभ भाई द्विवेदी जी कहते हैं

हमें लगता है कि यदि हमें ध्यान करना है या मेडिटेशन करना है तो हमें किसी शांत जगह पर जाकर ही ध्यान लगा सकते हैं लेकिन यदि हम ऐसे ध्यान लगाते हैं तो हम सिर्फ कुछ ही फलों के लिए मन की साधना कर पाएंगे और उस अवस्था में रह पाएंगे और जब हम उस अवस्था से बाहर आएंगे तो फिर से हमारा ध्यान लगना बंद हो जाएगा। ऐसी परिस्थिति में कुछ पलों के लिए तो हम शांत हो जाते हैं कुछ पलों के लिए तो हमारा ध्यान लग जाता है लेकिन उस अवस्था से बाहर आते ही हमारा ध्यान फिर से भटकने लगता है।

बृज बल्लभ भाई द्विवेदी जी इस पुस्तक में बताते हैं कि ध्यान लगाने से हमारा तात्पर्य यह होना चाहिए कि जिस दिनचर्या में हम रहते हैं दिन प्रतिदिन में जो भी काम हम करते हैं उन सभी कामों में हमारा ध्यान लगना चाहिए सभी कामों में हमारी मन की साधना होनी चाहिए। विज्ञान भैरव में बृज बल्लभ भाई द्विवेदी जी साधना के 112 तंत्र के बारे में विस्तार से बताते हैं।इस दुनिया में अक्सर लोगों को लगता है कि धन से सब सुख मिल जाती है हमारे जीवन की सब सुख धन से पूर्ण हो जाएगी लेकिन जब हम ध्यान लगाते हैं तो हम एक अलग ही दुनिया में चल जाते हैं और हमें दुनिया की चीजें मोह माया लगने लगती है। जितने भी शक्तिशाली लोग और महात्मा हुए हैं सभी ने अपने जीवन में अपने मन की साधना से ध्यान लगाया है और मन की साधना को पूरा किया है। बृज बल्लभ भाई द्विवेदी ध्यान के बारे में कहते हैं कि जब भी आप अपने जीवन में कोई काम कर रहे हैं चाहे आप कुछ पढ़ रहे हैं या पेंटिंग कर रहे हैं या और किसी प्रकार की कोई काम कर रहे हैं तो उस वक्त यदि आपने अपना पूरा ध्यान मन लगाकर उस काम में दिया तो वही आपके लिए मन की साधना के सम्मान है। जो व्यक्ति अपने जीवन में अपने काम में पूर्ण रूप से अपना शत-प्रतिशत ले रहा है वही उस व्यक्ति के लिए ध्यान होता है। इस दुनिया में जितने महान लोग हुए हैं या आज भी जितने महान लोग हैं सभी ने अपने जीवन में अपने काम के ऊपर या अपने प्रोफेशन के ऊपर 100% दिया है जिस कारण आज वह शिखर पर है।

Conclusion 

दोस्तों आज के इस लेख में हमने आपको एक बहुत ही प्रचलित लेखक बृज बल्लभ भाई द्विवेदी जी के द्वारा लिखी गई Vigyan Bhairav By Vraj Vallabhbhai Dwivedi Hindi PDF पुस्तक के बारे में बताया। यदि आप इस पुस्तक को पूरा पढ़ना चाहते हैं तो हमारे द्वारा दी गई लिंक के जरिए आप इसकी पीडीएफ को डाउनलोड करके इसे पूरा पढ़ सकेंगे।

दोस्तों हमें पूरी उम्मीद है कि आपको हमारा यह लेख जरूर पसंद आया होगा यदि आपको हमारा या लेख पसंद आए हो तब से मैं दोस्तों के साथ जरूर साझा करें एवं कमेंट में अपना विचार अवश्य दें।

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