विष्णु पुराण | Vishnu Puran PDF Download in Hindi

Vishnu Puran pdf download

Vishnu Puran PDF Download  – हिंदू धर्म में कुल 18 महत्वपूर्ण पुराण है। पुराणों का अर्थ है सबसे प्राचीन इतिहास। विष्णु पुराण इन 18 महत्वपूर्ण पुराणों में से एक है। पुराणों की गिनती की श्रेणी में विष्णु पुराण का तीसरा स्थान है।अन्य पुराण के मुकाबले विष्णु पुराण काफी छोटा है लेकिन हिंदू धर्म में विष्णु पुराण का विशेष महत्व है। विष्णु पुराण की रचना ऋषि वेदव्यास जी के पिता ऋषि पराशर ने किया है। विष्णु पुराण को ऋषि पराशर जी के द्वारा संस्कृत भाषा में लिखा गया है। विष्णु पुराण में पहले कुल 23000 श्लोक थे लेकिन वर्तमान में इसमें सिर्फ 7000 श्लोक है। विष्णु पुराण में कुल 126 अध्याय है जिसमें अलग-अलग कथाओं का वर्णन प्राप्त होता है।

विष्णु पुराण में भगवान विष्णु और उनके भक्तों की कथाओं का वर्णन मिलता है। विष्णु पुराण में भगवान विष्णु के अलग-अलग अवतारों का वर्णन मिलता है जिसमें श्री कृष्ण चरित्र और राम कथा का वर्णन भी विस्तार रूप में किया गया है। Vishnu Puran PDF Download में भगवान विष्णु के सबसे महत्वपूर्ण कल्कि अवतार का वर्णन भी देखने को मिलता है।विष्णु पुराण को वैष्णव धर्म का सबसे प्रमुख ग्रंथ माना जाता है। दोस्तों यदि आप भी विष्णु पुराण के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं और विष्णु पुराण को पूरा पढ़ना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं। आज इस लेख में हम आपको विष्णु पुराण के बारे में बताएंगे और आप हमारे द्वारा दी गई लिंक के जरिए विष्णु पुराण की पीडीएफ को डाउनलोड करके उसे पूरा पढ़ सकेंगे। तो बने रहे दोस्तों अंत तक हमारे इस लेख के साथ।

Book Name                Padma Puran 
Author                   ऋषि पराशर 
Khand              6
Shloks              लगभग 7000 श्लोक 
Downloads             6537 downloads 

Vishnu Puran PDF in Hindi

विष्णु पुराण की कथाओं को मुख्य रूप से 126 में विभक्त किया गया है इन सभी अध्याय में अलग-अलग कथाओं का वर्णन विस्तार रूप में किया गया है। विष्णु पुराण में पुराणों के सभी पांच लक्षण समाहित है जिस कारण हिंदू धर्म में विष्णु पुराण का काफी विशेष महत्व है।

विष्णु पुराण को दो भागों में बांटा गया है जो इस प्रकार है पूर्व भाग और उत्तर भाग। पूर्व भाग को छह खंडों में विभक्त किया गया है जबकि उत्तर भाग को एक खंड में विभक्त किया गया है। विष्णु पुराण में मुख्य रूप से भगवान विष्णु के कथाओं का वर्णन प्राप्त होता है लेकिन इसके साथ सर भगवान शिव की कथाओं का वर्णन भी किया गया है।

Vishnu Puran मे क्या लिखा है?

विष्णु पुराण के प्रथम भाग में देवताओं की उत्पत्ति ,समुद्र मंथन की कथा,प्रजापति दक्ष के वंश का वर्णन, प्रहलाद की कथा प्राचेतास का उपाख्यान ब्रह्मा जी के द्वारा देवता मनुष्य आदि वर्गों के प्रधान व्यक्तियों को अलग-अलग राज दिलाने का अधिकार का वर्णन, प्रियव्रत के वंश का वर्णन द्वीपों और वर्षों का वर्णन पताल और नरको के कथन का वर्णन 7 स्वर्गों का निरूपण का वर्णन। इसके अलावा भक्ति का वर्णन, मोक्ष पाने का निर्देशन ,वेदव्यास का अवतार नारको से उद्धार का वर्णन ,स्वर्ग पाने का पथ का वर्णन बहुत विस्तार रूप में किया गया है। विष्णु पुराण में इसके अलावा श्री कृष्ण अवतार की कथा गोकुलधाम का वर्णन भी किया गया है।

विष्णु पुराण में बताया गया है कि जब कलयुग आएगा तो पाप का प्रभाव इतना बढ़ जाएगा जिससे कि पृथ्वी का संतुलन बिगड़ने लगेगा। विष्णु पुराण में बताया गया है कि कलयुग में होने वाले पापों के लिए मनुष्य खुद जिम्मेदार हैं और यदि मनुष्य चाहे तो अपनी थोड़े ही प्रयासों से कलयुग में होने वाले इन पापों को रोक सकता है और पृथ्वी का संतुलन बनाए रखने में अहम भूमिका निभा सकता है लेकिन यदि मनुष्य इन चेतावनी यों की अवहेलना की तो उसे इसकी कीमत खुद अपना सब कुछ गंवा कर चुकानी पड़ेगी।

विष्णु पुराण के अनुसार ऐसे तीन काम हैं जो मैं रात के समय बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए यह तीन काम इस प्रकार है। विष्णु पुराण बताया गया है कि यदि हम गृहस्थ के नियमों का पालन करेंगे और इसकी जिम्मेदारियों को निभाएंगे तो भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी खुश होगी और धन की प्राप्ति होगी।

विष्णु पुराण में बताया गया है कि किसी भी व्यक्ति को रात के समय चौराहों पर नहीं जाना चाहिए अक्सर चौराहों पर असामाजिक तत्वों का निवास होता है जिस कारण रात के समय किसी भी इंसान को चौराहे पर नहीं जाना चाहिए। विष्णु पुराण में बताया गया है कि किसी भी मनुष्य को रात के समय शमशान के आसपास भी नहीं आना चाहिए। शमशान क्षेत्र में रात के समय हमेशा नकारात्मक ऊर्जाओं का निवास होता है जिसका प्रभाव हमारे मन और शरीर पर पड़ सकता है। शमशान क्षेत्र में निकलने वाला दुआ भी हमारे सेहत के लिए हानिकारक होता है जिस कारण हमें शमशान के आसपास रात के समय बिल्कुल भी नहीं जाना चाहिए। विष्णु पुराण में बुरे चरित्र वाले लोगों से भी दूरी बनाकर रखना चाहिए बताया गया है। बुरे चरित्र वाले लोग रात में अक्सर गलत काम करते हैं जिस कारण हमें उनसे दूरी बना कर रखना चाहिए।

Conclusion 

आज के इस लेख में हमने आपको विष्णु पुराण के बारे में बताया। यदि आप विष्णु पुराण की पूरी कथा को पढ़ना चाहते हैं तो हमारे द्वारा दी गई लिंक के जरिए विष्णु पुराण कि पीडीएफ को डाउनलोड करके विष्णु पुराण की कथा को पढ़ सकते हैं।

हमें पूरी उम्मीद है कि आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा यदि आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर साझा करें एवं कमेंट में अपना विचार अवश्य दें।

धन्यवाद

Leave a Comment