Gaban Book PDF Download in Hindi – दोस्तों हम सब ने बचपन से लेकर अब तक मुंशी प्रेमचंद जी के किसी कहानी को जरूर पढ़ा होगा। मुंशी प्रेमचंद हिंदी साहित्य के महान लेखकों में से एक थे जिन्होंने अपने जीवन में कई महत्वपूर्ण हिंदी साहित्य की रचना की जिनकी चर्चा आज भी होती है।’ गबन ‘मुंशी प्रेमचंद जी के द्वारा लिखी गई एक बहुत ही चर्चित पुस्तक है। आज के इस लेख में हम मुंशी प्रेमचंद जी के द्वारा लिखी गई पुस्तक गबन के बारे में है पूरे विस्तार से जानेंगे।
गबन उपन्यास एक जलपा नाम की बच्ची से शुरू होती है और इस उपन्यास की कहानी इस बच्ची के इर्द-गिर्द घूमती है। इस उपन्यास में इस बच्ची के अलावा इस बच्ची के पिता उसकी माता भी मुख्य किरदार में नजर आते हैं। दोस्तों यदि आप इस उपन्यास की कहानी को पूरा पढ़ना चाहते हैं तो आज का हमारा यह लेख आपके लिए ही है। आज के इस लेख में हम Gaban Book PDF Download in Hindi के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे और आपको इस उपन्यास की कहानी बताएंगे। यदि आप इस उपन्यास को पूरी विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो हमारे द्वारा दी गई लिंक के जरिए आप इसकी पीडीएफ को डाउनलोड करके इसे पूरा पढ़ सकेंगे। तो दोस्तो बने रहिए अंत तक हमारे इस लेख के साथ।
Book Name | GABAN |
Author | Munsi Premchand |
Language | Hindi |
Year | 1928 |
Downloads | 6537 downloads |
Gaban Book PDF Download in Hindi
इस उपन्यास की कहानी की शुरुआत होती है एक रमानाथ नाम के व्यक्ति से , रामनाथ के परिवार में उसके माता पिता और उसके दो छोटे भाई हैं। रमानाथ के पिता सरकारी दफ्तर में काम करते हैं। महीने की कमाई बहुत ज्यादा तो नहीं लेकिन इतना है कि पूरा परिवार हंसी खुशी से रहता है। रमानाथ के पिता एक बहुत ही ईमानदार इंसान थे जिस वजह से आसपास के इलाकों में उनका अच्छा नाम था लोग उनकी प्रतिष्ठा करते थे। रमानाथ हमेशा अपने दोस्तों से घूमते रहता था जिस वजह से उसके पिता उससे काफी परेशान रहते थे।
रमानाथ के पास के गांव में एक व्यक्ति रहते थे जिनका नाम था दीनदयाल। दीनदयाल ने अपनी बेटी जलपा के लिए शादी का रिश्ता रमानाथ के घर भेजा। जलपा के पिता की सैलरी बहुत ज्यादा तो नहीं थी लेकिन उन्होंने ऊपरी कमाई से अपने जीवन में सब कुछ कर लिया था। दीनदयाल ने अपनी बेटी को बचपन से ही बहुत ही लाड प्यार से पाला था बचपन से उसकी सारी ख्वाहिशों को पूरा किया था। जलपा को बचपन से गहनों से बहुत लगाव था और उसे हमेशा से लगता था कि जब उसकी शादी होगी तो उसकी ससुराल से उसके लिए चंद्रहार आभूषण जरूर उसे दिया जाएगा। दरअसल जलपा जब छोटी थी तभी से उसके पिताजी चाहते थे कि जलपा खिलौनों से ज्यादा आभूषणों से खेले क्योंकि शादी के बाद यही आभूषण उसके काम आएंगे। रमानाथ के पिता अपने बेटे की शादी को बहुत ही कम खर्चे और साधारण तरीके से करना चाहते थे लेकिन उनकी पत्नी ने जीत बना लिया था कि वह अपने बेटे की शादी बहुत ही धूमधाम से करेंगी। पैसे की कमी थी इसलिए उनकी पत्नी ने कहा कि कर्ज लेकर अपने बेटे की शादी धूमधाम से करेंगे और जो भी पैसा उनके बेटे को दहेज के रूप में मिलेगा उन्हीं पैसों से वे कर्ज को चुका देंगे।
कुछ दिनों बाद सभी शादी की तैयारियों में लग गए और रमानाथ के पिता भी बिना पैसों की चिंता किए अपने बेटे की शादी के लिए खूब जोरों शोरों से तैयारी करने लगे उन्होंने ऊंचे दर्जे के सभी सामान खरीदें बहुत ही महंगे महंगे गहने खरीदे और सब कुछ उन्होंने ऊंचे दर्जे के खरीदे। धीरे-धीरे कुछ दिनों बाद शादी का दिन आ गया और जब रमानाथ के घरवाले पूरी बारात लेकर अच्छे खासे बैंड बाजे के साथ जलपा के घर पहुंचे तो जलपा के परिवार वालों को भी बहुत खुशी हुई उनका सर फक्र से ऊंचा हो गया लेकिन जलपा बहुत खुश नहीं थी क्योंकि बचपन से ही उसने जिस चंद्रहार के सपने देखे थे उसे उन बहनों में कहीं मिल नहीं रहा था। शादी के बाद जलपा ससुराल आई तो उसने सभी से बातचीत करना बंद कर दिया था क्योंकि उसे शादी में चंद्रहार नहीं मिला था।
रमानाथ के पिता ने शादी के लिए जिन लोगों से कर्ज लिया था उन्होंने अब तक वह वह वापस नहीं किया था। कुछ दिनों बाद सभी लोग अपने कर्ज मांगने के लिए रमानाथ के घर पर आने लगे। कर्जे वालों को कुछ दिन चुप कराने के लिए रामनाथ के पिता ने अपनी बहू से कुछ गहने मांगना चाहा जिसके लिए उन्होंने अपने बेटे को कहा। रमानाथ अपनी पत्नी से गहने कैसे मांगता क्योंकि वह खुद को अपनी पत्नी के सामने अपने अमीर होने का गिन्नी जो मार चुका था।
Conclusion
आज के इस लेख में हमने आपको हिंदी साहित्य के एक महान लेखक मुंशी प्रेमचंद जी के द्वारा लिखी गई बहुत ही चर्चित उपन्यास गबन के कहानी के बारे में बताया। यदि आप इस उपन्यास की कहानी को पूरा पढ़ना चाहते हैं तो हमारे द्वारा दी गई लिंक के जरिए आप इस वीडियो को डाउनलोड करके इस उपन्यास की कहानी का पूरा पढ़ सकेंगे।
हमें पूरी उम्मीद है कि आपको हमारा यह लेख जरूर पसंद आया होगा यदि आपको हमारा ही यह लेख पसंद आया हो तो इसे अपने मित्रों के साथ जरूर साझा करें एवं कमेंट में अपना विचार अवश्य दें।
धन्यवाद