Kundalini Tantra By Swami Satyananda Saraswati Hindi PDF

Kundalini Tantra By Swami Satyananda Saraswati Hindi PDF

Kundalini Tantra By Swami Satyananda Saraswati Hindi PDF – अध्यात्मिक गुरु स्वामी सत्यानंद सरस्वती जी का जन्म 25 दिसंबर 1923 को उत्तराखंड के अल्मोड़ा जगह में हुआ था। बहुत ही कम उम्र से ही उन्हें अध्यात्म का अनुभव होने लगा था और कुछ समय बाद ही स्वामी सत्यानंद सरस्वती अध्यात्मिक के पथ पर निकल गए थे। उन्होंने अपने जीवन में अनेकों पुस्तकें लिखी है और सभी पुस्तकें काफी महत्वपूर्ण और चर्चित रहे हैं। स्वामी सत्यानंद सरस्वती द्वारा लिखी गई पुस्तक कुंडलिनी तंत्र उनके सभी पुस्तकों में से सबसे महत्वपूर्ण पुस्तक मानी जाती है। स्वामी सत्यानंद सरस्वती ने इस पुस्तक को हिंदी भाषा में लिखा था।

स्वामी सत्यानंद सरस्वती ने अपनी पुस्तक कुंडलिनी तंत्र में अध्यात्म के ऊर्जा के बारे में बताया है जिसे अगर आप अपने शरीर में सक्रिय करते हैं तो आपका जीवन पूरी तरह से बदल जाएगा और आपका मन अपने कामों के प्रति संकलित रहेगा। इस पुस्तक में उन्होंने कुंडलिनी चंद्र के बारे में बहुत ही विस्तार से बताया है और इसका अध्यात्म से संबंधों के बारे में भी उन्होंने खुलकर बात किया है। दोस्तों यदि आप भी स्वामी सत्यानंद सरस्वती द्वारा लिखी गई इस पुस्तक के बारे में जानने में रुचि रखते हैं और इस पुस्तक को पढ़ना चाहते हैं तो आज क्या हमारा यह लेख आपके लिए ही है। आज के इस लेख में हम Kundalini Tantra By Swami Satyananda Saraswati Hindi PDF के बारे में विस्तार से जानेंगे यदि आप इस पुस्तक को पूरा पढ़ना चाहते हैं तो हमारे द्वारा दी गई लिंक के जरिए आप इस पुस्तक की पीडीएफ को डाउनलोड करके इसे पूरा पढ़ सकेंगे। तो दोस्तो बने रहिए अंत तक हमारे इस लेख के साथ।

Book NameKundalini Tantra By Swami Satyananda Saraswati Hindi PDF
AuthorSwami Satyanand Sarswati 
    Language Hindi
PartOne
Downloads             6537 downloads 

Kundalini Tantra By Swami Satyananda Saraswati Hindi PDF

कुंडलिनी शब्द का अर्थ योग हिंदू धर्म अध्यात्म और तंत्रों के विद्यालय से है। कुंडलिनी तंत्र में स्वामी सत्यानंद सरस्वती ने योग्य अध्यात्म और हिंदू धर्म में शक्तिशाली मंत्र और तंत्र के बारे में बहुत ही विस्तार से बताया है। यदि आप कुंडलिनी योग को खुद में सक्रिय रखते हैं तो आपका शरीर अपने कामों के प्रति संकलित रहेगा और आप अपनी भावनाओं को अपने काबू में रख पायेंगे।

आगे Kundalini Tantra By Swami Satyananda Saraswati Hindi PDF में लेखक स्वामी सत्यानंद सरस्वती बताते हैं कि योग ने कैसे मनुष्य जीवन को पूरी तरह से बदल कर रख दिया है। शुरुआत में जब योग का प्रचलन शुरू हुआ था तो काफी लोगों ने इसे हल्के में लिया था और लोगों ने इसे उतना महत्व नहीं दिया था। समय बीतने के साथ जब लोगों ने युवक को अपनाना शुरू किया तो उन्होंने अपने जीवन में काफी परिवर्तन देखा और योग को अपने जीवन में अपनाते चले गए। जिस किसी मनुष्य ने वह भी योग को अपने जीवन में अपनाया है उसे अपने जीवन में काफी सकारात्मक बदलाव देखने को मिला है। स्वामी सत्यानंद सरस्वती इस पुस्तक में कुंडलिनी योग के बारे में बताते हैं जिसे आप अपने जीवन में अपनाकर अपने शरीर और मन की भावनाओं को अपने काबू में रख सकते हैं। कुंडलिनी योग को स्वामी सत्यानंद सरस्वती ने सबसे शक्तिशाली और जोखिम भरा योग बताया है। यदि आपको खाई में कूदने को कहा जाए तो आप यह काम तभी कर सकते हैं जब आप पूरी तरह से पागल हो या आपको किसी पर इतना भरोसा हो कि वह को खाई में कूदने के बाद भी बचा लेगा। स्वामी सत्यानंद सरस्वती बताते हैं कि कुंडलिनी योग हमारे मन को इसी शक्ति की उर्जा से भर देता है कि हम अपने भावनाओं पर काबू रख सके और मन को मजबूत बना सके।

Conclusion 

दोस्तों आज के इस लेख में हमने आपको स्वामी सत्यानंद सरस्वती द्वारा लिखी गई पुस्तक Kundalini Tantra By Swami Satyananda Saraswati Hindi PDF के बारे में बताया। इस पुस्तक में स्वामी सत्यानंद सरस्वती ने कुंडलिनी तंत्र और कुंडलिनी योग के बारे में बहुत विस्तार से बताया है। यदि आप भी इस पुस्तक को पूरा पढ़ना चाहते हैं तो हमारे द्वारा दी गई लिंक के जरिए आप इस पुस्तक की पीडीएफ डाउनलोड करके इसे पूरा पढ़ सकेंगे।

हमें पूरी उम्मीद है कि आपको हमारा यह लेख जरूर पसंद आया होगा यदि आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर साझा करें एवं कमेंट में अपना विचार अवश्य दें।

धन्यवाद 

Leave a Comment